Ursodeoxycholic Acid 300 mg Uses in Hindi – फैटी लिवर, पित्त की पथरी और लीवर रोगों में उपयोग

Jul 18, 2025

परिचय (Introduction)

UDCHOLIC 300 एक चिकित्सकीय रूप से प्रमाणित दवा है जिसमें Ursodeoxycholic Acid 300 mg सक्रिय घटक के रूप में मौजूद होता है। यह दवा मुख्य रूप से पित्त की थैली (Gallbladder) और जिगर (Liver) संबंधी बीमारियों के इलाज में प्रयोग की जाती है, जैसे कि फैटी लिवर, पित्त की पथरी, और प्रेग्नेंसी के दौरान पित्त संबंधी समस्याएं। यह एक ऐसी दवा है जो पित्त अम्ल (bile acids) के संतुलन को सुधारकर जिगर को बेहतर कार्य करने में सहायता करती है।

Ursodeoxycholic Acid 300 mg क्या है?

Ursodeoxycholic Acid (UDCA) एक बाइल एसिड (bile acid) है जो शरीर में प्राकृतिक रूप से बहुत कम मात्रा में पाया जाता है। जब इसे चिकित्सा खुराक (जैसे Ursodeoxycholic Acid 300 mg tablet) में दिया जाता है, तो यह पित्त के प्रवाह को बेहतर बनाता है और जिगर की सूजन और क्षति को कम करता है। यह दवा विशेष रूप से क्रॉनिक लिवर डिज़ीज़ और पित्त की पथरी के इलाज में बहुत उपयोगी मानी जाती है।

किन रोगों में UDCHOLIC 300 सबसे अधिक प्रभावी है?

1. Intrahepatic Cholestasis of Pregnancy (ICP)

यह एक जटिल गर्भावस्था स्थिति है जिसमें पित्त का प्रवाह बाधित हो जाता है, जिससे शरीर में खुजली, थकान, और गर्भपात का खतरा बढ़ जाता है। UDCA इस स्थिति में प्रसवपूर्व और प्रसवोत्तर स्वास्थ्य सुधारने में मदद करता है।

2. Primary Sclerosing Cholangitis (PSC)

यह एक क्रॉनिक लिवर डिजीज है जिसमें पित्त नलिकाओं में सूजन और रुकावट हो जाती है। UDCA का उपयोग सूजन को नियंत्रित कर लिवर फाइब्रोसिस को धीमा करता है।

3. Cystic Fibrosis-Associated Liver Disease (CFLD)

जिन बच्चों या युवाओं में सिस्टिक फाइब्रोसिस है, वहां UDCA बाइल फ्लो सुधारने और लिवर क्षति को कम करने में मदद करता है।

Ursodeoxycholic Acid 300 mg के उपयोग की सीमाएं

हालांकि यह दवा कई स्थितियों में लाभदायक है, लेकिन कुछ मामलों में इसके उपयोग की सीमाएं होती हैं:

  • कैल्शियम आधारित पथरी में UDCA कारगर नहीं है

  • End-stage liver failure या liver transplant के केस में यह पर्याप्त नहीं हो सकती

  • कभी-कभी रोग की प्रगति इतनी तेज होती है कि यह दवा उसे धीमा नहीं कर पाती

इसलिए इसका उपयोग समय रहते और सही रोग-स्थिति में करना आवश्यक है।

UDCHOLIC 300 टैबलेट के उपयोग – Ursodeoxycholic Acid 300 mg Uses in Hindi

UDCHOLIC 300 के निम्नलिखित रोगों में उपयोग किया जाता है:

1. फैटी लिवर (Fatty Liver)

यह दवा लिवर में जमा अतिरिक्त फैट को कम करने और फैटी लिवर डिज़ीज़ को नियंत्रित करने में सहायक होती है।

2. पित्त की पथरी (Gallstones)

यदि पथरी को ऑपरेशन से निकालना संभव न हो, तो यह दवा कोलेस्ट्रॉल आधारित पथरी को घोलने में मदद करती है।

3. जिगर की बीमारियाँ (Liver Cirrhosis, Hepatitis)

यह दवा जिगर की कोशिकाओं को सुरक्षा प्रदान करती है और सूजन को कम करती है।

4. गर्भावस्था में पित्त की समस्याएं

गर्भवती महिलाओं में Intrahepatic Cholestasis of Pregnancy (ICP) के इलाज में इस दवा का उपयोग किया जाता है।

5. प्राइमरी बिलियरी सिरोसिस (Primary Biliary Cirrhosis)

यह एक ऑटोइम्यून बीमारी है जिसमें UDCA जिगर को बचाने और बीमारी की प्रगति को धीमा करने में मदद करता है।

Ursodeoxycholic Acid 300 mg की प्रभावशीलता पर शोध क्या कहते हैं?

विभिन्न क्लिनिकल स्टडीज़ ने यह साबित किया है कि:

  • UDCA के लंबे समय तक उपयोग से ALT और AST जैसे लिवर एंजाइम्स में कमी देखी जाती है

  • यह fibrosis score को बेहतर बनाता है, विशेषकर PBC और NAFLD रोगियों में

  • Pregnancy ICP में यह fetal outcomes को बेहतर करता है और समय पूर्व प्रसव के खतरे को घटाता है

क्या UDCHOLIC 300 लिवर को सुरक्षित रख सकता है?

हाँ, यह दवा anti-apoptotic, anti-inflammatory, और membrane stabilizing गुणों के माध्यम से जिगर की कोशिकाओं को सुरक्षा प्रदान करती है। यह hepatocyte membrane integrity को बनाए रखने और free radical injury को कम करने में भी प्रभावी है।

Ursodeoxycholic Acid 300 mg कैसे काम करता है?

Ursodeoxycholic Acid पित्त के प्रवाह को बढ़ाता है, विषैले पित्त अम्ल को कम करता है और जिगर में सूजन को घटाता है। यह कोलेस्ट्रॉल को घोलने में सक्षम होता है, जिससे पित्त की पथरी को भी रोका जा सकता है।

UDCHOLIC 300 टैबलेट की खुराक – Ursodeoxycholic Acid 300 mg Dose

  • सामान्यतः 300 mg से 600 mg प्रतिदिन की खुराक दी जाती है, जिसे डॉक्टर की सलाह अनुसार एक या दो बार में लिया जाता है।

  • खाना खाने के बाद टैबलेट लेना बेहतर होता है ताकि पेट में जलन या एसिडिटी न हो।

  • लंबे समय तक उपयोग के लिए डॉक्टर की निगरानी में रहना ज़रूरी है।

UDCHOLIC 300 टैबलेट के साइड इफेक्ट्स – Ursodeoxycholic Acid 300 mg Side Effects

अधिकांश मरीजों में यह दवा सुरक्षित होती है, पर कुछ को हल्के दुष्प्रभाव हो सकते हैं:

  • दस्त या पेट में दर्द

  • मतली या उल्टी

  • सिरदर्द

  • एलर्जी या त्वचा पर खुजली

  • बहुत ही कम मामलों में लिवर एंजाइम्स का बढ़ना

यदि कोई गंभीर लक्षण दिखाई दे, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।

गर्भावस्था में Ursodeoxycholic Acid 300 mg का उपयोग – Uses in Pregnancy in Hindi

यह दवा गर्भावस्था के दौरान तब दी जाती है जब महिला को Intrahepatic Cholestasis of Pregnancy (ICP) होता है, जिसमें पित्त का प्रवाह बाधित हो जाता है और खुजली जैसी समस्या होती है। डॉक्टर की निगरानी में इसका उपयोग सुरक्षित माना जाता है।

UDCHOLIC 300 क्यों चुनें – Steris Healthcare क्यों बेहतर है

  • WHO-GMP और ISO प्रमाणित निर्माण इकाइयाँ

  • गुणवत्ता में विश्वसनीय और चिकित्सकों द्वारा अनुशंसित

  • मूल्य में उचित और भारत में व्यापक उपलब्धता

  • सभी उत्पादों में गुणवत्ता, प्रभावशीलता और सुरक्षा सुनिश्चित की जाती है

  • Steris Healthcare ग्राहकों को समय पर डिलीवरी, कस्टमर सपोर्ट और सभी जरूरी जानकारी प्रदान करता है।

खुराक संबंधी विशेष निर्देश

  • यदि एक खुराक भूल जाएं, तो अगली खुराक समय पर लें

  • एक साथ दो खुराक न लें

  • लिवर रोगियों में समय-समय पर LFT (Liver Function Test) कराना ज़रूरी है

  • बच्चों में उपयोग डॉक्टर की सलाह से ही करें

भंडारण की जानकारी

  • इस दवा को ठंडी और सूखी जगह में रखें

  • धूप या नमी से बचाएं

  • बच्चों की पहुंच से दूर रखें

UDCHOLIC 300 कहां से खरीदें?

आप UDCHOLIC 300 को भारत के किसी भी प्रमुख मेडिकल स्टोर, ऑनलाइन फार्मेसी प्लेटफ़ॉर्म, या सीधे Steris Healthcare के माध्यम से खरीद सकते हैं। कंपनी द्वारा दवा की गुणवत्ता, प्रमाणिकता, और समय पर डिलीवरी सुनिश्चित की जाती है।

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)

Q1. Ursodeoxycholic Acid 300 mg का उपयोग किन रोगों में किया जाता है?

A: यह फैटी लिवर, पित्त की पथरी, जिगर की सूजन, और प्रेग्नेंसी में पित्त की समस्या के इलाज में प्रयोग होती है।

Q2. क्या इसे गर्भावस्था में लेना सुरक्षित है?

A: हां, डॉक्टर की सलाह से प्रेग्नेंसी में इसका सुरक्षित उपयोग संभव है।

Q3. क्या इस दवा से पथरी पूरी तरह घुल जाती है?

A: यह केवल कोलेस्ट्रॉल आधारित पथरी को ही घोल सकती है और उसमें भी समय लगता है। कैल्शियम युक्त पथरी में यह प्रभावी नहीं होती।

Q4. इसे कितने समय तक लेना होता है?

A: यह डॉक्टर की सलाह पर निर्भर करता है। कई बार इस दवा को 3 से 6 महीने या उससे अधिक समय तक लेना पड़ता है।

Q5. UDCHOLIC 300 टैबलेट कैसे लें?

A: इसे भोजन के बाद एक गिलास पानी के साथ लेना चाहिए, और नियमित समय पर लेने से इसका असर बेहतर होता है।

निष्कर्ष (Conclusion)

UDCHOLIC 300, जिसमें Ursodeoxycholic Acid 300 mg होता है, एक भरोसेमंद और प्रभावी दवा है जो लिवर और पित्त की बीमारियों के इलाज में व्यापक रूप से उपयोग की जाती है। यह फैटी लिवर, पथरी, और प्रेग्नेंसी से जुड़ी समस्याओं में बेहद लाभदायक है। Steris Healthcare द्वारा निर्मित यह उत्पाद गुणवत्ता, सुरक्षा और उपलब्धता के सभी मानकों पर खरा उतरता है।

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